महाभारतम् — 3.214.27
Original
Segmented
स तस्य पर्वतस्य अग्रे निषण्णो अद्भुत-विक्रमः व्यलोकयद् अमेय-आत्मा मुखैः नानाविधैः दिशः स पश्यन् विविधान् भावांः चकार निनदम् पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पर्वतस्य | पर्वत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अग्रे | अग्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
निषण्णो | निषद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अद्भुत | अद्भुत | pos=a,comp=y |
विक्रमः | विक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यलोकयद् | विलोकय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अमेय | अमेय | pos=a,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुखैः | मुख | pos=n,g=n,c=3,n=p |
नानाविधैः | नानाविध | pos=a,g=n,c=3,n=p |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पश्यन् | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विविधान् | विविध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
भावांः | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
निनदम् | निनद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |