महाभारतम् — 3.211.6
Original
Segmented
ऊर्जस्करान् हव्यवाहान् सुवर्ण-सदृश-प्रभा अग्निस् तपो हि अजनयत् पञ्च यज्ञ-सुतान् इह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऊर्जस्करान् | ऊर्जस्कर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
हव्यवाहान् | हव्यवाह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुवर्ण | सुवर्ण | pos=n,comp=y |
सदृश | सदृश | pos=a,comp=y |
प्रभा | प्रभा | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अग्निस् | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
अजनयत् | जनय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
सुतान् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इह | इह | pos=i |