महाभारतम् — 3.210.7
Original
Segmented
बृहद्रथंतरम् मूर्ध्नो वक्त्रात् च तरस-आहरौ शिवम् नाभ्याम् बलाद् इन्द्रम् वायु-अग्नी प्राणतो ऽसृजत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बृहद्रथंतरम् | बृहद्रथंतर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मूर्ध्नो | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वक्त्रात् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
तरस | तरस | pos=n,comp=y |
आहरौ | आहर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
शिवम् | शिव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नाभ्याम् | नाभि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
बलाद् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वायु | वायु | pos=n,comp=y |
अग्नी | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=d |
प्राणतो | प्राण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऽसृजत् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |