महाभारतम् — 3.204.16
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच बाढम् इति एव तौ विप्रः प्रत्युवाच मुदा-अन्वितः धर्मव्याधस् तु तम् विप्रम् अर्थ-वत् वाक्यम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बाढम् | बाढ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
विप्रः | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मुदा | मुदा | pos=n,comp=y |
अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धर्मव्याधस् | धर्मव्याध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विप्रम् | विप्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |