महाभारतम् — 3.204.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच एवम् संकथिते कृत्स्ने मोक्ष-धर्मे युधिष्ठिर दृढम् प्रीत-मनाः विप्रो धर्मव्याधम् उवाच ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
संकथिते | संकथय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
कृत्स्ने | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=7,n=s |
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दृढम् | दृढ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रीत | प्री | pos=va,comp=y,f=part |
मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विप्रो | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्मव्याधम् | धर्मव्याध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |