महाभारतम् — 3.203.10
Original
Segmented
ततो ऽस्य सर्व-द्वंद्वानि प्रशाम्यन्ति परस्परम् न च अस्य संयमो नाम क्वचिद् भवति कश्चन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
द्वंद्वानि | द्वंद्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
प्रशाम्यन्ति | प्रशम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
संयमो | संयम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |