महाभारतम् — 3.203.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच एवम् तु सूक्ष्मे कथिते धर्मव्याधेन भारत ब्राह्मणः स पुनः सूक्ष्मम् पप्रच्छ सु समाहितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
सूक्ष्मे | सूक्ष्म | pos=a,g=n,c=7,n=s |
कथिते | कथय् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
धर्मव्याधेन | धर्मव्याध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्राह्मणः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
सूक्ष्मम् | सूक्ष्म | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सु | सु | pos=i |
समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |