महाभारतम् — 3.189.17
Original
Segmented
धर्मे त्वया आत्मा संयोज्यो नित्यम् धर्म-भृताम् वर धर्म-आत्मा हि सुखम् राजा प्रेत्य च इह च नन्दति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संयोज्यो | संयुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
भृताम् | भृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
च | च | pos=i |
इह | इह | pos=i |
च | च | pos=i |
नन्दति | नन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |