महाभारतम् — 3.188.24
Original
Segmented
श्राद्धे दैवे च पुरुषा ये च नित्यम् धृत-व्रताः ते ऽपि लोभ-समायुक्ताः भोक्ष्यन्ति इह परस्परम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्राद्धे | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दैवे | दैव | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
पुरुषा | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
धृत | धृ | pos=va,comp=y,f=part |
व्रताः | व्रत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
समायुक्ताः | समायुज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
भोक्ष्यन्ति | भुज् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
इह | इह | pos=i |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |