महाभारतम् — 3.187.48
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच इति उक्त्वा अन्तर्हितः तात स देवः परम-अद्भुतः प्रजाः च इमाः प्रपश्यामि विचित्रा बहुधा कृताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| अन्तर्हितः | अन्तर्धा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| देवः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| अद्भुतः | अद्भुत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| इमाः | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| प्रपश्यामि | प्रपश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| विचित्रा | विचित्र | pos=a,g=f,c=2,n=p |
| बहुधा | बहुधा | pos=i |
| कृताः | कृ | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |