महाभारतम् — 3.187.43
Original
Segmented
अभ्यन्तरम् शरीरस्य प्रविष्टो ऽसि यदा मम दृष्ट्वा लोकम् समस्तम् च विस्मितो न अवबुध्यसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभ्यन्तरम् | अभ्यन्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शरीरस्य | शरीर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| प्रविष्टो | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यदा | यदा | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समस्तम् | समस्त | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| विस्मितो | विस्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| अवबुध्यसे | अवबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |