महाभारतम् — 3.184.18
Original
Segmented
तार्क्ष्य उवाच न हि त्वया सदृशी काचिद् अस्ति विभ्राजसे हि अतिमात्रम् यथा श्रीः रूपम् च ते दिव्यम् अत्यन्त-कान्तम् प्रज्ञाम् च देवीम् सुभगे बिभर्षि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तार्क्ष्य | तार्क्ष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सदृशी | सदृश | pos=a,g=f,c=1,n=s |
काचिद् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विभ्राजसे | विभ्राज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
अतिमात्रम् | अतिमात्रम् | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
कान्तम् | कान्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
प्रज्ञाम् | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
देवीम् | देवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सुभगे | सुभग | pos=a,g=f,c=8,n=s |
बिभर्षि | भृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |