महाभारतम् — 3.183.16
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच विवदन्तौ तथा तौ तु मुनीनाम् दर्शने स्थितौ ये तस्य यज्ञे संवृत्ताः ते ऽपृच्छन्त कथम् तु इमौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विवदन्तौ | विवद् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| तथा | तथा | pos=i |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| तु | तु | pos=i |
| मुनीनाम् | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| दर्शने | दर्शन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स्थितौ | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| संवृत्ताः | संवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽपृच्छन्त | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| इमौ | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=d |