महाभारतम् — 3.179.16
Original
Segmented
तेषाम् पुण्यतमा रात्रिः पर्वसंधौ स्म शारदी तत्र एव वसताम् आसीत् कार्त्तिकी जनमेजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पुण्यतमा | पुण्यतम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
रात्रिः | रात्रि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पर्वसंधौ | पर्वसंधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स्म | स्म | pos=i |
शारदी | शारद | pos=a,g=f,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वसताम् | वस् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कार्त्तिकी | कार्त्तिकी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |