Original

किं पुनर्धृतराष्ट्रस्य पुत्रं दुर्द्यूतदेविनम् ।विद्विष्टं सर्वलोकस्य दम्भलोभपरायणम् ॥ ३४ ॥

Segmented

किम् पुनः धृतराष्ट्रस्य पुत्रम् दुर्द्यूत-देविनम् विद्विष्टम् सर्व-लोकस्य दम्भ-लोभ-परायणम्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
पुनः पुनर् pos=i
धृतराष्ट्रस्य धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=6,n=s
पुत्रम् पुत्र pos=n,g=m,c=2,n=s
दुर्द्यूत दुर्द्यूत pos=n,comp=y
देविनम् देविन् pos=a,g=m,c=2,n=s
विद्विष्टम् विद्विष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
सर्व सर्व pos=n,comp=y
लोकस्य लोक pos=n,g=m,c=6,n=s
दम्भ दम्भ pos=n,comp=y
लोभ लोभ pos=n,comp=y
परायणम् परायण pos=n,g=m,c=2,n=s