Original

उवाच च महासर्पं कामया ब्रूहि पन्नग ।कस्त्वं भो भुजगश्रेष्ठ किं मया च करिष्यसि ॥ २ ॥

Segmented

उवाच च महा-सर्पम् कामया ब्रूहि पन्नग कः त्वम् भो भुजग-श्रेष्ठ किम् मया च करिष्यसि

Analysis

Word Lemma Parse
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
सर्पम् सर्प pos=n,g=m,c=2,n=s
कामया कामया pos=i
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
पन्नग पन्नग pos=n,g=m,c=8,n=s
कः pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
भो भो pos=i
भुजग भुजग pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
pos=i
करिष्यसि कृ pos=v,p=2,n=s,l=lrt