महाभारतम् — 3.173.6
Original
Segmented
ततो ऽब्रवीद् वायु-सुतः तरस्वी जिष्णुः च राजानम् उपोपविश्य यमौ च वीरौ सुर-राज-कल्पौ एकान्तम् आस्थाय हितम् प्रियम् च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वायु | वायु | pos=n,comp=y |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तरस्वी | तरस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जिष्णुः | जिष्णु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपोपविश्य | उपोपविश् | pos=vi |
यमौ | यम | pos=n,g=m,c=2,n=d |
च | च | pos=i |
वीरौ | वीर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
कल्पौ | कल्प | pos=n,g=m,c=1,n=d |
एकान्तम् | एकान्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आस्थाय | आस्था | pos=vi |
हितम् | हित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |