Original

सुयोधनायानुचरैर्वृताय ततो महीमाहर धर्मराज ।स्वर्गोपमं शैलमिमं चरद्भिः शक्यो विहन्तुं नरदेव शोकः ॥ ११ ॥

Segmented

सुयोधनाय अनुचरैः वृताय ततो महीम् आहर धर्मराज स्वर्ग-उपमम् शैलम् इमम् चरद्भिः शक्यो विहन्तुम् नर-देव शोकः

Analysis

Word Lemma Parse
सुयोधनाय सुयोधन pos=n,g=m,c=4,n=s
अनुचरैः अनुचर pos=n,g=m,c=3,n=p
वृताय वृ pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part
ततो ततस् pos=i
महीम् मही pos=n,g=f,c=2,n=s
आहर आहृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
धर्मराज धर्मराज pos=n,g=m,c=8,n=s
स्वर्ग स्वर्ग pos=n,comp=y
उपमम् उपम pos=a,g=m,c=2,n=s
शैलम् शैल pos=n,g=m,c=2,n=s
इमम् इदम् pos=n,g=m,c=2,n=s
चरद्भिः चर् pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part
शक्यो शक्य pos=a,g=m,c=1,n=s
विहन्तुम् विहन् pos=vi
नर नर pos=n,comp=y
देव देव pos=n,g=m,c=8,n=s
शोकः शोक pos=n,g=m,c=1,n=s