Original

संवत्सरं तं तु विहृत्य गूढं नराधमं तं सुखमुद्धरेम ।निर्यात्य वैरं सफलं सपुष्पं तस्मै नरेन्द्राधमपूरुषाय ॥ १० ॥

Segmented

संवत्सरम् तम् तु विहृत्य गूढम् नर-अधमम् तम् सुखम् उद्धरेम निर्यात्य वैरम् स फलम् स पुष्पम् तस्मै नर-इन्द्र अधम-पूरुषाय

Analysis

Word Lemma Parse
संवत्सरम् संवत्सर pos=n,g=m,c=2,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
विहृत्य विहृ pos=vi
गूढम् गुह् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
नर नर pos=n,comp=y
अधमम् अधम pos=a,g=m,c=2,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
सुखम् सुख pos=a,g=n,c=2,n=s
उद्धरेम उद्धृ pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin
निर्यात्य निर्यातय् pos=vi
वैरम् वैर pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
फलम् फल pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
पुष्पम् पुष्प pos=n,g=m,c=2,n=s
तस्मै तद् pos=n,g=m,c=4,n=s
नर नर pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
अधम अधम pos=a,comp=y
पूरुषाय पूरुष pos=n,g=m,c=4,n=s