महाभारतम् — 3.170.13
Original
Segmented
अर्जुन उवाच सुर-असुरैः अवध्यांस् तान् अहम् ज्ञात्वा ततः प्रभो अब्रुवम् मातलिम् हृष्टो याहि एतत् पुरम् अञ्जसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| असुरैः | असुर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अवध्यांस् | अवध्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्रभो | प्रभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
| मातलिम् | मातलि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हृष्टो | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| याहि | या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अञ्जसा | अञ्जसा | pos=i |