Original

लोके क्षीणे क्षयं यान्ति भावा लोकप्रवर्तकाः ।युगक्षयकृता धर्माः प्रार्थनानि विकुर्वते ॥ ३६ ॥

Segmented

लोके क्षीणे क्षयम् यान्ति भावा लोक-प्रवर्तकाः युग-क्षय-कृतवन्तः धर्माः प्रार्थनानि विकुर्वते

Analysis

Word Lemma Parse
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
क्षीणे क्षि pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
क्षयम् क्षय pos=n,g=m,c=2,n=s
यान्ति या pos=v,p=3,n=p,l=lat
भावा भाव pos=n,g=m,c=1,n=p
लोक लोक pos=n,comp=y
प्रवर्तकाः प्रवर्तक pos=n,g=m,c=1,n=p
युग युग pos=n,comp=y
क्षय क्षय pos=n,comp=y
कृतवन्तः कृ pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
धर्माः धर्म pos=n,g=m,c=1,n=p
प्रार्थनानि प्रार्थन pos=n,g=n,c=2,n=p
विकुर्वते विकृ pos=v,p=3,n=p,l=lat