Original

तामवेक्ष्य तु कौन्तेयो विवर्णवदनां कृशाम् ।अङ्कमानीय धर्मात्मा पर्यदेवयदातुरः ॥ ९ ॥

Segmented

ताम् अवेक्ष्य तु कौन्तेयो विवर्ण-वदनाम् कृशाम् अङ्कम् आनीय धर्म-आत्मा पर्यदेवयद् आतुरः

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
अवेक्ष्य अवेक्ष् pos=vi
तु तु pos=i
कौन्तेयो कौन्तेय pos=n,g=m,c=1,n=s
विवर्ण विवर्ण pos=a,comp=y
वदनाम् वदन pos=n,g=f,c=2,n=s
कृशाम् कृश pos=a,g=f,c=2,n=s
अङ्कम् अङ्क pos=n,g=m,c=2,n=s
आनीय आनी pos=vi
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
पर्यदेवयद् परिदेवय् pos=v,p=3,n=s,l=lan
आतुरः आतुर pos=a,g=m,c=1,n=s