Original

स्त्रियोऽक्षा मृगया पानमेतत्कामसमुत्थितम् ।व्यसनं चतुष्टयं प्रोक्तं यै राजन्भ्रश्यते श्रियः ॥ ७ ॥

Segmented

स्त्रियो ऽक्षा मृगया पानम् एतत् काम-समुत्थितम् व्यसनम् चतुष्टयम् प्रोक्तम् यै राजन् भ्रश्यते

Analysis

Word Lemma Parse
स्त्रियो स्त्री pos=n,g=f,c=1,n=p
ऽक्षा अक्ष pos=n,g=m,c=1,n=p
मृगया मृगया pos=n,g=f,c=1,n=s
पानम् पान pos=n,g=n,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
काम काम pos=n,comp=y
समुत्थितम् समुत्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
व्यसनम् व्यसन pos=n,g=n,c=1,n=s
चतुष्टयम् चतुष्टय pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रोक्तम् प्रवच् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
यै राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
राजन् भ्रंश् pos=v,p=3,n=s,l=lat
भ्रश्यते श्री pos=n,g=f,c=5,n=s