महाभारतम् — 3.133.18
Original
Segmented
स तत् श्रुत्वा ब्राह्मणानाम् सकाशाद् ब्रह्मोद्यम् वै कथयितुम् आगतो ऽस्मि क्व असौ बन्दी यावद् एनम् समेत्य नक्षत्राणि इव सविता नाशयामि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सकाशाद् | सकाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ब्रह्मोद्यम् | ब्रह्मोद्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| कथयितुम् | कथय् | pos=vi |
| आगतो | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| क्व | क्व | pos=i |
| असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बन्दी | बन्दिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यावद् | यावत् | pos=i |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समेत्य | समे | pos=vi |
| नक्षत्राणि | नक्षत्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| सविता | सवितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नाशयामि | नाशय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |