महाभारतम् — 3.132.9
Original
Segmented
उपालब्धः शिष्य-मध्ये महा-ऋषिः स तम् कोपाद् उदर-स्थम् शशाप यस्मात् कुक्षौ वर्तमानो ब्रवीषि तस्माद् वक्रो भवितासि अष्ट-कृत्वस्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपालब्धः | उपालभ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शिष्य | शिष्य | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कोपाद् | कोप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उदर | उदर | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
शशाप | शप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
कुक्षौ | कुक्षि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वर्तमानो | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ब्रवीषि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
वक्रो | वक्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवितासि | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
अष्ट | अष्टन् | pos=n,comp=y |
कृत्वस् | कृत्वस् | pos=i |