महाभारतम् — 3.132.8
Original
Segmented
तस्या गर्भः समभवद् अग्नि-कल्पः सो ऽधीयानम् पितरम् अथ अभ्युवाच सर्वाम् रात्रिम् अध्ययनम् करोषि न इदम् पितः सम्यग् इव उपवर्तते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
गर्भः | गर्भ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समभवद् | सम्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
कल्पः | कल्प | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽधीयानम् | अधी | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
अभ्युवाच | अभिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्वाम् | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
रात्रिम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अध्ययनम् | अध्ययन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करोषि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पितः | पितृ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
इव | इव | pos=i |
उपवर्तते | उपवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |