महाभारतम् — 3.129.21
Original
Segmented
यत्र स्नात्वा नर-श्रेष्ठ धुत-पाप्मा भविष्यति इह सारस्वतैः यज्ञैः इष्टवन्तः सुरर्षयः ऋषयः च एव कौन्तेय तथा राजर्षयो ऽपि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
नर | नर | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
धुत | धू | pos=va,comp=y,f=part |
पाप्मा | पाप्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
इह | इह | pos=i |
सारस्वतैः | सारस्वत | pos=a,g=m,c=3,n=p |
यज्ञैः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इष्टवन्तः | यज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सुरर्षयः | सुरर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
राजर्षयो | राजर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |