महाभारतम् — 3.128.3
Original
Segmented
हा हताः स्म इति वाशन्त्यस् तीव्र-शोक-समन्वित तम् मातरः प्रत्यकर्षन् गृहीत्वा दक्षिणे करे सव्ये पाणौ गृहीत्वा तु याजको ऽपि स्म कर्षति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हा | हा | pos=i |
हताः | हन् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
स्म | स्म | pos=i |
इति | इति | pos=i |
वाशन्त्यस् | वाश् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
तीव्र | तीव्र | pos=a,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
समन्वित | समन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मातरः | मातृ | pos=n,g=f,c=1,n=p |
प्रत्यकर्षन् | प्रतिकृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
दक्षिणे | दक्षिण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
करे | कर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सव्ये | सव्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
पाणौ | पाणि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
याजको | याजक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
कर्षति | कृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |