महाभारतम् — 3.127.17
Original
Segmented
ऋत्विग् उवाच अस्ति वै तादृशम् कर्म येन पुत्र-शतम् भवेत् यदि शक्नोषि तत् कर्तुम् अथ वक्ष्यामि सोमक
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऋत्विग् | ऋत्विज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वै | वै | pos=i |
तादृशम् | तादृश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यदि | यदि | pos=i |
शक्नोषि | शक् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अथ | अथ | pos=i |
वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
सोमक | सोमक | pos=n,g=m,c=8,n=s |