Original

विसृज्य कृष्णं त्वथ धर्मराजो विदर्भराजोपचितां सुतीर्थाम् ।सुतेन सोमेन विमिश्रितोदां ततः पयोष्णीं प्रति स ह्युवास ॥ ३० ॥

Segmented

विसृज्य कृष्णम् तु अथ धर्मराजो विदर्भ-राज-उपचिताम् सु तीर्थाम् सुतेन सोमेन विमिश्रित-उदाम् ततः पयोष्णीम् प्रति स हि उवास

Analysis

Word Lemma Parse
विसृज्य विसृज् pos=vi
कृष्णम् कृष्ण pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
अथ अथ pos=i
धर्मराजो धर्मराज pos=n,g=m,c=1,n=s
विदर्भ विदर्भ pos=n,comp=y
राज राजन् pos=n,comp=y
उपचिताम् उपचि pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
सु सु pos=i
तीर्थाम् तीर्थ pos=n,g=f,c=2,n=s
सुतेन सुत pos=n,g=m,c=3,n=s
सोमेन सोम pos=n,g=m,c=3,n=s
विमिश्रित विमिश्रय् pos=va,comp=y,f=part
उदाम् उद pos=n,g=f,c=2,n=s
ततः ततस् pos=i
पयोष्णीम् पयोष्णी pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रति प्रति pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
उवास वस् pos=v,p=3,n=s,l=lit