महाभारतम् — 3.120.17
Original
Segmented
ततो ऽनिरुद्धो अपि असि-चर्म-पाणिः महीम् इमाम् धार्तराष्ट्रैः विसंज्ञैः हृत-उत्तमाङ्गैः निहतैः करोतु कीर्णाम् कुशैः वेदिम् इव अध्वरेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽनिरुद्धो | अनिरुद्ध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
असि | असि | pos=n,comp=y |
चर्म | चर्मन् | pos=n,comp=y |
पाणिः | पाणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धार्तराष्ट्रैः | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विसंज्ञैः | विसंज्ञ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
हृत | हृ | pos=va,comp=y,f=part |
उत्तमाङ्गैः | उत्तमाङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निहतैः | निहन् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
करोतु | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
कीर्णाम् | कृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
कुशैः | कुश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वेदिम् | वेदि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अध्वरेषु | अध्वर | pos=n,g=m,c=7,n=p |