महाभारतम् — 3.120.11
Original
Segmented
प्रद्युम्न-मुक्तान् निशितान् न शक्ताः सोढुम् कृप-द्रोण-विकर्ण-कर्णाः जानामि वीर्यम् च ते आत्मजस्य कार्ष्णिः भवति एष यथा रण-स्थः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रद्युम्न | प्रद्युम्न | pos=n,comp=y |
मुक्तान् | मुच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
निशितान् | निशा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
शक्ताः | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सोढुम् | सह् | pos=vi |
कृप | कृप | pos=n,comp=y |
द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
विकर्ण | विकर्ण | pos=n,comp=y |
कर्णाः | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जानामि | ज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आत्मजस्य | आत्मज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कार्ष्णिः | कार्ष्णि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
रण | रण | pos=n,comp=y |
स्थः | स्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |