महाभारतम् — 3.119.22
Original
Segmented
जिते हि धर्मस्य सुते स भार्ये स भ्रातृके स अनुचरे निरस्ते दुर्योधने च अपि विवर्धमाने कथम् न सीदति अवनिः स शैला
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जिते | जि | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सुते | सुत | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स | स | pos=i |
भार्ये | भार्या | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स | स | pos=i |
भ्रातृके | भ्रातृक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स | स | pos=i |
अनुचरे | अनुचर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निरस्ते | निरस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
दुर्योधने | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
विवर्धमाने | विवृध् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
न | न | pos=i |
सीदति | सद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अवनिः | अवनि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
शैला | शैल | pos=n,g=f,c=1,n=s |