महाभारतम् — 3.119.18
Original
Segmented
यो दन्तकूरे व्यजयत् नृदेवान् समागतान् दाक्षिणात्यान् महीपान् तम् पश्यत इमम् सहदेवम् अद्य तपस्विनम् तापस-वेष-रूपम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दन्तकूरे | दन्तकूर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
व्यजयत् | विजि | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
नृदेवान् | नृदेव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समागतान् | समागम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
दाक्षिणात्यान् | दाक्षिणात्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
महीपान् | महीप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पश्यत | पश् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सहदेवम् | सहदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तापस | तापस | pos=n,comp=y |
वेष | वेष | pos=n,comp=y |
रूपम् | रूप | pos=n,g=m,c=2,n=s |