महाभारतम् — 3.11.6
Original
Segmented
ब्रूयाद् यद् एष राज-इन्द्र तत् कार्यम् अविशङ्कया अक्रियायाम् हि कार्यस्य पुत्रम् ते शप्स्यते रुषा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रूयाद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
अविशङ्कया | अविशङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अक्रियायाम् | अक्रिय | pos=a,g=f,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
कार्यस्य | कार्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शप्स्यते | शप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
रुषा | रुष् | pos=n,g=f,c=3,n=s |