महाभारतम् — 3.11.11
Original
Segmented
मैत्रेय उवाच तीर्थ-यात्राम् अनुक्रामन् प्राप्तो ऽस्मि कुरुजाङ्गलम् यदृच्छया धर्मराजम् दृष्टवान् काम्यके वने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मैत्रेय | मैत्रेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तीर्थ | तीर्थ | pos=n,comp=y |
यात्राम् | यात्रा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनुक्रामन् | अनुक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
कुरुजाङ्गलम् | कुरुजाङ्गल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
धर्मराजम् | धर्मराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्टवान् | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
काम्यके | काम्यक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |