महाभारतम् — 3.106.5
Original
Segmented
स तत् श्रुत्वा वचो घोरम् राजा मुनि-मुख-उद्गतम् मुहूर्तम् विमना भूत्वा स्थाणोः वाक्यम् अचिन्तयत् आत्मानम् आत्मना आश्वास्य हयम् एव अन्वचिन्तयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
मुख | मुख | pos=n,comp=y |
उद्गतम् | उद्गम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विमना | विमनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
स्थाणोः | स्थाणु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अचिन्तयत् | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आश्वास्य | आश्वासय् | pos=vi |
हयम् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
अन्वचिन्तयत् | अनुचिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |