महाभारतम् — 3.105.13
Original
Segmented
ततस् ते सागराः सर्वे समुपेत्य परस्परम् न अध्यगच्छन्त तुरगम् अश्व-हर्तारम् एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सागराः | सागर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समुपेत्य | समुपे | pos=vi |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अध्यगच्छन्त | अधिगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
तुरगम् | तुरग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
हर्तारम् | हर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |