महाभारतम् — 3.1.8
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच एवम् द्यूत-जिताः पार्थाः कोपिताः च दुरात्मभिः धार्तराष्ट्रैः सह अमात्यैः निर्ययुः गजसाह्वयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
द्यूत | द्यूत | pos=n,comp=y |
जिताः | जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पार्थाः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कोपिताः | कोपय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
दुरात्मभिः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
धार्तराष्ट्रैः | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
अमात्यैः | अमात्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निर्ययुः | निर्या | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
गजसाह्वयात् | गजसाह्वय | pos=n,g=n,c=5,n=s |