महाभारतम् — 3.1.41
Original
Segmented
अनुजग्मुः च तत्र एतान् स्नेहात् केचिद् द्विजातयः स अग्नयः अन् अग्नयः च एव स शिष्य-गण-बान्धवाः स तैः परिवृतो राजा शुशुभे ब्रह्म-वादिभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुजग्मुः | अनुगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
च | च | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
द्विजातयः | द्विजाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स | स | pos=i |
अग्नयः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अन् | अन् | pos=i |
अग्नयः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
स | स | pos=i |
शिष्य | शिष्य | pos=n,comp=y |
गण | गण | pos=n,comp=y |
बान्धवाः | बान्धव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
परिवृतो | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शुशुभे | शुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वादिभिः | वादिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |