महाभारतम् — 2.7.10
Original
Segmented
दुर्वासाः च दीर्घतपा याज्ञवल्क्यो ऽथ भालुकिः उद्दालकः श्वेतकेतुः तथा शाट्यायनः प्रभुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्वासाः | दुर्वासस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| दीर्घतपा | दीर्घतपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| याज्ञवल्क्यो | याज्ञवल्क्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| भालुकिः | भालुकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उद्दालकः | उद्दालक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्वेतकेतुः | श्वेतकेतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| शाट्यायनः | शाट्यायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभुः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=s |