Original

पुरूरवसमैलं त्वं बुद्ध्या जयसि पाण्डव ।शक्त्या जयसि राज्ञोऽन्यानृषीन्धर्मोपसेवया ॥ १५ ॥

Segmented

पुरूरवसम् ऐलम् त्वम् बुद्ध्या जयसि पाण्डव शक्त्या जयसि राज्ञो ऽन्यान् ऋषीन् धर्म-उपसेवया

Analysis

Word Lemma Parse
पुरूरवसम् पुरूरवस् pos=n,g=m,c=2,n=s
ऐलम् ऐल pos=n,g=m,c=2,n=s
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
बुद्ध्या बुद्धि pos=n,g=f,c=3,n=s
जयसि जि pos=v,p=2,n=s,l=lat
पाण्डव पाण्डव pos=n,g=m,c=8,n=s
शक्त्या शक्ति pos=n,g=f,c=3,n=s
जयसि जि pos=v,p=2,n=s,l=lat
राज्ञो राजन् pos=n,g=m,c=2,n=p
ऽन्यान् अन्य pos=n,g=m,c=2,n=p
ऋषीन् ऋषि pos=n,g=m,c=2,n=p
धर्म धर्म pos=n,comp=y
उपसेवया उपसेवा pos=n,g=f,c=3,n=s