महाभारतम् — 2.64.12
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्त्वा भीमसेनः तु कनिष्ठैः भ्रातृभिः वृतः मृग-मध्ये यथा सिंहो मुहुः परिघम् ऐक्षत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
भीमसेनः | भीमसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
कनिष्ठैः | कनिष्ठ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
सिंहो | सिंह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
परिघम् | परिघ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ऐक्षत | ईक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |