Original

अभ्यन्तरा च सर्वस्वे द्रौपदी भरतर्षभ ।एवं धर्मजितां कृष्णां मन्यसे न जितां कथम् ॥ ३२ ॥

Segmented

अभ्यन्तरा च सर्व-स्वे द्रौपदी भरत-ऋषभ एवम् धर्म-जिताम् कृष्णाम् मन्यसे न जिताम् कथम्

Analysis

Word Lemma Parse
अभ्यन्तरा अभ्यन्तर pos=a,g=f,c=1,n=s
pos=i
सर्व सर्व pos=n,comp=y
स्वे स्व pos=n,g=n,c=7,n=s
द्रौपदी द्रौपदी pos=n,g=f,c=1,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
एवम् एवम् pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
जिताम् जि pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
कृष्णाम् कृष्णा pos=n,g=f,c=2,n=s
मन्यसे मन् pos=v,p=2,n=s,l=lat
pos=i
जिताम् जि pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
कथम् कथम् pos=i