महाभारतम् — 2.47.5
Original
Segmented
गोवासना ब्राह्मणाः च दासमीयाः च सर्वशः प्रीति-अर्थम् ते महाभागा धर्मराज्ञो महात्मनः त्रिखर्वम् बलिम् आदाय द्वारि तिष्ठन्ति वारिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गोवासना | गोवासन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ब्राह्मणाः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
दासमीयाः | दासमीय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
महाभागा | महाभाग | pos=a,g=m,c=1,n=p |
धर्मराज्ञो | धर्मराजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
त्रिखर्वम् | त्रिखर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बलिम् | बलि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आदाय | आदा | pos=vi |
द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तिष्ठन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
वारिताः | वारय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |