महाभारतम् — 18.5.26
Original
Segmented
सूत उवाच एतत् श्रुत्वा द्विजश्रेष्ठात् स राजा जनमेजयः विस्मितो ऽभवद् अत्यर्थम् यज्ञ-कर्म-अन्तरेषु अथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| द्विजश्रेष्ठात् | द्विजश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जनमेजयः | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विस्मितो | विस्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽभवद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
| अन्तरेषु | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अथ | अथ | pos=i |