Original

न कृष्णा राजपुत्री च नरकार्हा युधिष्ठिर ।एह्येहि भरतश्रेष्ठ पश्य गङ्गां त्रिलोकगाम् ॥ ३७ ॥

Segmented

न कृष्णा राज-पुत्री च नरक-अर्हा युधिष्ठिर एहि एहि भरत-श्रेष्ठ पश्य गङ्गाम् त्रिलोक-गाम्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
कृष्णा कृष्णा pos=n,g=f,c=1,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
पुत्री पुत्री pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
नरक नरक pos=n,comp=y
अर्हा अर्ह pos=a,g=f,c=1,n=s
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=8,n=s
एहि pos=v,p=2,n=s,l=lot
एहि pos=v,p=2,n=s,l=lot
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
गङ्गाम् गङ्गा pos=n,g=f,c=2,n=s
त्रिलोक त्रिलोक pos=n,comp=y
गाम् pos=a,g=f,c=2,n=s