महाभारतम् — 18.3.32
Original
Segmented
सोदर्येषु विनष्टेषु द्रौपद्याम् तत्र भारत श्व-रूप-धारिणा पुत्र पुनः त्वम् मे परीक्षितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सोदर्येषु | सोदर्य | pos=a,g=m,c=7,n=p |
विनष्टेषु | विनश् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
द्रौपद्याम् | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
श्व | श्वन् | pos=n,comp=y |
रूप | रूप | pos=n,comp=y |
धारिणा | धारिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
परीक्षितः | परीक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |