Original

भो भो राजन्महाप्राज्ञ प्रीतोऽस्मि तव पुत्रक ।मद्भक्त्या सत्यवाक्येन क्षमया च दमेन च ॥ २९ ॥

Segmented

भो भो राजन् महा-प्राज्ञैः प्रीतो ऽस्मि तव पुत्रक मद्-भक्त्या सत्य-वाक्येन क्षमया च दमेन च

Analysis

Word Lemma Parse
भो भो pos=i
भो भो pos=i
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
प्राज्ञैः प्राज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
प्रीतो प्री pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
पुत्रक पुत्रक pos=n,g=m,c=8,n=s
मद् मद् pos=n,comp=y
भक्त्या भक्ति pos=n,g=f,c=3,n=s
सत्य सत्य pos=a,comp=y
वाक्येन वाक्य pos=n,g=n,c=3,n=s
क्षमया क्षमा pos=n,g=f,c=3,n=s
pos=i
दमेन दम pos=n,g=m,c=3,n=s
pos=i