Original

एषा देवनदी पुण्या पार्थ त्रैलोक्यपावनी ।आकाशगङ्गा राजेन्द्र तत्राप्लुत्य गमिष्यसि ॥ २६ ॥

Segmented

एषा देव-नदी पुण्या पार्थ त्रैलोक्य-पावना आकाशगङ्गा राज-इन्द्र तत्र आप्लुत्य गमिष्यसि

Analysis

Word Lemma Parse
एषा एतद् pos=n,g=f,c=1,n=s
देव देव pos=n,comp=y
नदी नदी pos=n,g=f,c=1,n=s
पुण्या पुण्य pos=a,g=f,c=1,n=s
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
त्रैलोक्य त्रैलोक्य pos=n,comp=y
पावना पावन pos=a,g=f,c=1,n=s
आकाशगङ्गा आकाशगङ्गा pos=n,g=f,c=1,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
तत्र तत्र pos=i
आप्लुत्य आप्लु pos=vi
गमिष्यसि गम् pos=v,p=2,n=s,l=lrt